क्योंकि गाय वोट नहीं डालती तो उन्हें फ्री में बिजली न बाबा न
एल.आर गांधी|पटियाला रियासती रजवाड़ों के वक्त जहाँ जन हित के कामों को ख़ास तवज्जो दी जाती थी वहीँ जानवरों के हितों का भी ख़ास ध्यान रखा जाता था । जैसे बेसहारा पशुओं के लिए ‘गौशालाएं ‘ कुत्तों के लिए ‘कुत्ता खांना ‘ राजा का अनुसरण करते हुए जनता भी खाने से पूर्व ‘गौग्रास व् कुकुर-ग्रास … Read more