एम4पीन्यूज,चंडीगढ़।
पंजाब और हरियाणा के गैंगस्टरों की जानकारी अब चंडीगढ़ पुलिस के पास होगी। पंजाब पुलिस की ओर से तैयार की गई 35 गैंगस्टरों की लिस्ट चंडीगढ़ पुलिस के हर थाने, चौकियों और यूनिट को दी जाएगी। अपराधी चंडीगढ़ में वारदात कर आसानी से पंचकूला और मोहली से फरार हो जाते हैं। चंडीगढ़ पुलिस जल्द ही ट्राईसिटी में क्राइम को रोकने के लिए कोआर्डिनेशन बैठक करेगी। इसमें ट्राइसिटी के पुलिस अधिकारी अपराधियों को पकड़ने के लिए रणनीति बनाएंगे।
चंडीगढ़ में गोली चलना हुई आम
चौराहों और लाइट प्वाइंट पर 24 घंटे पुलिस तैनात होने के बावजूद चंडीगढ़ में गोली चलने की बात आम हो चुकी है। अपराधी वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते है, लेकिन पुलिस उन्हें पकड़ नहीं पाती।
9 अप्रैल 2017 : होशियापुर के खुरदा गांव के सरपंच सतनाम सिंह की हत्या पंजाब के रहने वाले गैंगस्टर दिलप्रीत, हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और हरविंदर सिंह उर्फ आकाश, तीर्थ, अर्शदीप और चरणजीत सिंह उर्फ चन्ना कर फरार हो गए थे।
9 फरवरी 2017: हिमाचल सीएम की पत्नी के भतीजे अकांक्ष की हत्या पंजाब के सोहना निवासी बलराज सिंह रंधावा और हरमेहताब सिंह फरीद ने की थी। बलराज सिंह फरार चल रहा है।
9 अप्रैल 2016 : पीयू में स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया और शिरोमणि अकाली दल के कार्यकताओं के बीच मारपीट के बाद गोली चली थी। गोली चलाकर पंजाब का गैंगस्टर हरविंदर सिंह ऊर्फ रिंदा समेत अन्य युवक फरार हो गए थे।
04 मार्च 2017: सेक्टर-11 स्थित कुमार ब्रदर्स केमिस्ट शाप के बाहर दो युवक गोली चलाकर फरार हो गए थे। सेक्टर-11 थाना पुलिस को खाली खोल मिला था।
01 जनवरी 2017: मोहाली के कार सवार युवक संदीप पर सेक्टर-27 में संपत मेहरा, सुधीर और बाली गोली चलाकर फरार हो गए थे।
60 पीसीआर गाड़ियां करती हैं पेट्रोलिंग :
चंडीगढ़ पुलिस के पीसीआर विंग की 60 गाड़ियां लाइट प्वाइंट और चौराहों पर तैनात होती है। इसके अलावा थाना और चौकी पुलिस गश्त करती है।