सरकार किसी की भी हो हमारा विजिलेंस विभाग ‘ भ्रस्टाचारिओं ‘ को पकड़ने और छोड़ने का अपना काम बखूबी ‘ईमांदारी ‘ से सरंजाम देता आ रहा है पंजाब विजिलेंस ने शनिवार को पंजाब के वज़ीर ए आला महाराजाधिराज को दशक पुराने लुधियाना सिटी सेंटर घोटाले में ‘क्लीन चिट’ दे दी।
दस साल पहले जब इस घोटाल की रिपोर्ट आयी तो कैप्टन साहेब ने फैसला अगली सरकार पर छोड़ दिया इस घोटाले को हमारे वॉच डॉग्स ने कुछ इस कदर उछाला कि कैप्टन साहेब १० साल के लिए राजनैतिक बनवास पर चले गए अकाली भी इस घोटाले पर १० साल ‘कुन्ड्लि मार कर बैठे रहे इसे कहते हैं भ्र्ष्टाचार के खिलाफ ‘ zero tolerance ‘ अर्थात एक ही थाली के चट्टे -बट्टे राजनैतिक -रजवाड़ों की ‘नूरा -कश्ती ‘ तुम्हारी भी जय जय -हमारी भी जय जय न तुम हारे न हम हारे ठीक ही तो है जी हार तो आम आदमी गया !
लालू -माया -मुलायम जैसे ‘हरिश्चंद्र ‘ जब सीबीआई की जांच में अटक जाते हैं तो सीबीआई को एक स्वर में ‘केंद्र का तोता ‘ बता कर खुद को क्लीन चिट दे डालते हैं हुन पंजाब विजिलेंस नूं की स्टेट दा कुकड़ कहागे !
लम्बे अर्से के बाद सवा सौ साल पुरानी पार्टी के किसी महारथी को, विजिलेंस से ही सही ‘क्लीन चिट’ मिली हैं अभी कोर्ट की मोहर लगना बाकी है अब पंजाब के बेचारे समुह भ्रष्टाचारिओं के लिए एक आशा की किरण जगी है जिन पंजाबी लालुओं के केस कम से कम पिछले दस साल से विजिलेंस में लटके पड़े है को इस ख़ुशी के मौके पर ‘क्लीन चिट’ तो बनती है भई !
दो साल पूर्व हमें भी ईमानदारी के कुत्ते ने काट लिया था पटियाला की करप्ट कार्पोरेशन से वास्ता पड़ा तो पानी वाले बाबू ने ‘न्योछावर ‘ मांग ली हमने कहा वीरे – ऐसी तां कदे न लित्ति है न दित्ती बाबू बोले ‘मियां यहाँ का तो यही दस्तूर है !
हमने बाबू को रंगे हाथों ‘स्टेट कुकड़ ‘ के हवाले करवा दिया बाबू महीना भर ‘सुधार घर’ के मेहमान रहे! बाहर आते ही करप्ट कार्पोरेशन ने उसे बाइज़त बहाल कर दिया, यही नहीं, इनाम स्वरूप एक्सटेंशन भी दे दी,
दो बरस होने को हैं केस का कुछ अता -पता नहीं सरकार बदल गयी और मंत्री भी ईमानदारी के चौके-छक्के मारने वाले ‘लाफ्टर किंग ‘ हैं
ठोको ताली